SalePaperback
युगन युगन योगी | Yugan Yugan Yogi
₹299 ₹269
Save: 10%
बेशुमार पैसा बनाएँ | Make Epic Money
₹250 ₹225
Save: 10%
बिपिन : यूनिफॉर्म के पीछे की शक्सियत | Bipin
Publisher:
Penguin Swadesh
| Author:
Rachna Bisht Rawat
| Language:
Hindi
| Format:
Papeback
₹299 ₹269
Save: 10%
In stock
Ships within:
1-4 days
22
People watching this product now!
In stock
ISBN:
SKU
9780143464273
Categories Hindi, New Releases & Pre-orders, Warfare/Defence
Categories: Hindi, New Releases & Pre-orders, Warfare/Defence
Page Extent:
288
बिपिन; यूनिफॉर्म के पीछे की शक्सियत उस एनडी ए कैडेट की कहानी है जिसे स्विमिंग पूल में अनिवार्य जंप नहीं कर पाने के लिए दंडित किया गया; उस नौ जवान सेकंड लेफ्टिनेंट की कहानी है जिसका आई कार्ड अमृतसर रेलवे स्टेशन पर नकली सहायक बनकर आए 5/11 गोरखा राइफल्स के एक ऑफिसर ने चुराया; उस मेजर की कहानी है जो पैर पर प्लास्टर चढ़े होने के बाद भी पाकिस्तान सीमा पर, दुश्मन की नाक के नीचे अपने सैनिकों के साथ दशहरा मनाने चौकी पर जा पहुँचा; उस सेना प्रमुख की कहानी है जिसने फैसला लिया कि भारत सीमा-पार आतंकवाद की हर हरकत का खुलकर जवाब देगा; उस चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की कहानी है जिससे सबसे ज़्यादा खुशी तब मिलती थी जब वह गोरखा सैनिकों के साथ झामरेडांस करता; और उस शख्स के एक स्तब्ध कर देने वाले अंत की कहानी भी है जो रक्षा सेवाओं में बड़ी तेज़ी से ऊँचा ईतक पहुँचा।
Rated 0 out of 5
0 reviews
Rated 5 out of 5
0
Rated 4 out of 5
0
Rated 3 out of 5
0
Rated 2 out of 5
0
Rated 1 out of 5
0
Be the first to review “बिपिन : यूनिफॉर्म के पीछे की शक्सियत | Bipin” Cancel reply
Description
बिपिन; यूनिफॉर्म के पीछे की शक्सियत उस एनडी ए कैडेट की कहानी है जिसे स्विमिंग पूल में अनिवार्य जंप नहीं कर पाने के लिए दंडित किया गया; उस नौ जवान सेकंड लेफ्टिनेंट की कहानी है जिसका आई कार्ड अमृतसर रेलवे स्टेशन पर नकली सहायक बनकर आए 5/11 गोरखा राइफल्स के एक ऑफिसर ने चुराया; उस मेजर की कहानी है जो पैर पर प्लास्टर चढ़े होने के बाद भी पाकिस्तान सीमा पर, दुश्मन की नाक के नीचे अपने सैनिकों के साथ दशहरा मनाने चौकी पर जा पहुँचा; उस सेना प्रमुख की कहानी है जिसने फैसला लिया कि भारत सीमा-पार आतंकवाद की हर हरकत का खुलकर जवाब देगा; उस चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की कहानी है जिससे सबसे ज़्यादा खुशी तब मिलती थी जब वह गोरखा सैनिकों के साथ झामरेडांस करता; और उस शख्स के एक स्तब्ध कर देने वाले अंत की कहानी भी है जो रक्षा सेवाओं में बड़ी तेज़ी से ऊँचा ईतक पहुँचा।
About Author
रचना बिष्ट रावत पेंगुइन रैंडम इंडिया से प्रकाशित सात पुस्तकों की लेखिका हैं, जिनमें "द ब्रेव और करगिल शामिल हैं। वह गुरुग्राम में चमकती ली आँखों और झबरी पूँछ वाले गोल्डेन रेट्रिवर, हुकुम, किताबें और म्यूज़िक कलेक्शन, और कर्नल मनोज रावत के साथ रहती हैं; जिनसे उनकी मुलाक़ात तब हुई थी जब वह इंडियन मिलिटरी एकेडमी में एक जेंटलमेन कैडेट थे और जिन्होंने आजीवन उनका कॉमरेड रहने की इच्छा जताई। बीच-बीच में, होशियार सारंश भी आ जाया करता है, जो अपनी दुनिया की तलाश में बहर निकल पड़ा है।
Rated 0 out of 5
0 reviews
Rated 5 out of 5
0
Rated 4 out of 5
0
Rated 3 out of 5
0
Rated 2 out of 5
0
Rated 1 out of 5
0
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.
Be the first to review “बिपिन : यूनिफॉर्म के पीछे की शक्सियत | Bipin” Cancel reply
YOU MAY ALSO LIKE…
Chinese Wmd Proliferation In Asia Us Response
Save: 30%
Creating Best Value Options in Defence Procurement
Save: 30%
Pak Proxy War: A Story of ISI, bin Laden and Kargil
Save: 20%
Partnering Together for a Secure Maritime Future
Save: 30%
Post-Soviet States Two Decades of Transition & Transformation
Save: 30%
Reflections On The History Of Indian Science And Technology
Save: 25%
Seven Heroes of 1971: Stories of Courage and Sacrifice
Save: 10%
SURVIVAL HANDBOOK: THE OFFICIAL U.S. ARMY HANDBOOK
Save: 30%
The New Arthashastra: A Security Strategy for India
Save: 20%
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.